कीव6 घंटे पहले
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पुतिन-जेलेंस्की 11 मई को तुर्की में बात कर सकते हैं।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से सीधी बातचीत का प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। इसके साथ ही उन्होंने पुतिन को व्यक्तिगत रूप से मिलने की चुनौती दी है।
जेलेंस्की ने कहा, “मैं गुरुवार को तुर्किये में पुतिन का पर्सनली इंतजार करूंगा।” दरअसल, पुतिन ने 11 मई को यूक्रेन के साथ सीधी बातचीत का प्रस्ताव रखा था। पुतिन ने कहा था कि वे 15 मई को इस्तांबुल में जेलेंस्की से बात कर सकते हैं।
जेलेंस्की का यह भी कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि पुतिन 30 दिन के सीजफायर पर सहमति दे देंगे। हालांकि, पुतिन पहले ही इस प्रस्ताव को खारिज कर चुके हैं।
जेलेंस्की का यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि पुतिन तुर्किये में जेलेंस्की से मिलना चाहते हैं। ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर लिखा था-

रूस के राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन के साथ सीजफायर समझौता नहीं करना चाहते हैं, बल्कि 15 मई को तुर्किये में मिलना चाहते हैं। जिसमें जंग रोकने के लिए बातचीत की जा सके। यूक्रेन को तुरंत इस पर सहमत होना चाहिए।अभी मीटिंग करें!

2019 के बाद पहली बार सीधी बातचीत कर सकते हैं रूस-यूक्रेन के राष्ट्रपति
पुतिन और जेलेंस्की 2019 में केवल एक बार मिले हैं। युद्ध की शुरुआत में दोनों नेताओं के बीच बातचीत की कोशिश हुई थी मगर वो सफल नहीं हो सकी।
पुतिन ने सितंबर 2022 में यूक्रेन के चार प्रांतों रूस में शामिल कर लिया था, जिसके बाद जेलेंस्की ने कहा था कि अब पुतिन के साथ बातचीत करना बहुत मुश्किल है।
यूक्रेन-रूस ने एक दूसरे पर 3 दिवसीय सीजफायर के उल्लंघन का आरोप लगाया
29 अप्रैल को रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन के साथ 3 दिन के एकतरफा सीजफायर का ऐलान किया था। यह सीजफायर 8 मई से लागू हुआ था। इसकी शुरुआत 7-8 मई की रात से हुई और 10-11 मई की आधी रात को यह खत्म हो गया।
वहीं, रूसी रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन पर 14,000 से ज्यादा बार सीजफायर के उल्लंघन का आरोप लगाया। दूसरी तरफ यूक्रेन का कहना है कि रूस ने अपनी तरफ लागू किए गए सीजफायर का उल्लंघन किया।
यूक्रेन ने इसे एक तमाशा बताया है। यूक्रेन की वायु सेना ने कहा कि रूस ने 11 मई की रात को 108 ड्रोन और सिम्युलेटर ड्रोन लॉन्च किए। जिसमें से 60 ड्रोन को यूक्रेन ने मार गिराया।

10 मई को फ्रांस, जर्मनी, पोलैंड, यूनाइटेड किंगडम और यूक्रेन के नेताओं की कीव में बैठक हुई।
यूरोपीय देशों ने यूक्रेन को सैन्य समर्थन देने की बात कही
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर, जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्त्ज और पोलिश प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने 10 मई को कीव में जेलेंस्की से मुलाकात की थी।
साथ ही सोमवार से युद्ध विराम के लिए आह्वान किया था। इस योजना को यूरोपीय संघ और ट्रम्प दोनों से समर्थन मिला है।
यूक्रेन, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और पोलैंड के नेताओं ने रूसी राष्ट्रपति को धमकी दी थी कि अगर वो सीजफायर पर हस्ताक्षर नहीं करते हैं तो बाकी देश यूक्रेन को सैन्य समर्थन देंगे।
ट्रम्प बोले- ये दोनों देशों के लिए महान दिन
यूक्रेन और रूस के बीच बातचीत की पेशकश को ट्रम्प ने दोनों देशों के लिए महान दिन बताया था। ट्रम्प ने कहा था कि इससे लाखों लोगों की जिंदगी बचेगी।
उन्होंने दोनों देशों के साथ काम जारी रखने की भी बात कही। उन्होंने कहा था अमेरिका जंग के बजाय डेवलपमेंट और बाजार पर फोकस करेगा।

जेलेंस्की की मांग, बिना शर्त युद्ध विराम हो
यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने X पर लिखा- 12 मई को कम से कम 30 दिनों के लिए पूर्ण और बिना शर्त युद्ध विराम होना चाहिए। हम रूस से इसकी मांग करते हैं। कोई भी शर्त लागू करने की कोशिश लड़ाई को लम्बा खींचने और डिप्लोमेसी को कमजोर करने की कोशिश मानी जाएगी।
ब्रिटिश PM बोले- पुतिन ने शांति से मुंह मोड़ा तो जवाब देंगे
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने यूक्रेन के कीव में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- “हम सभी यहां, अमेरिका के साथ मिलकर पुतिन को चुनौती दे रहे हैं। अगर वह शांति के बारे में गंभीर हैं, तो उनके पास अब यह दिखाने का मौका है।”
स्टार्मर ने कहा कि अगर पुतिन शांति से मुंह मोड़ते हैं, तो हम जवाब देंगे। उन्होंने ट्रम्प और दूसरे सहयोगियों के साथ मिलकर रूस पर प्रतिबंध बढ़ाने और यूक्रेन को सैन्य सहायता देने की भी बात कही।

वोलोदिमिर जेलेंस्की, इमैनुएल मैक्रों और कीर स्टार्मर यूक्रेन की राजधानी कीव में मारे गए सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए।
जानिए क्यों शुरू हुई रूस-यूक्रेन की जंग
फरवरी 2022- 24 फरवरी पुतिन ने यूक्रेन पर हमले का ऐलान किया, इसके साथ ही रूसी टैंक धड़धड़ाते हुए यूक्रेन में घुसने लगे। तब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि पुतिन से बातचीत का कोई प्लान नहीं है। उन्होंने पूरी दुनिया को खतरे में डाल दिया है। रूस को यूक्रेन पर हमले की गंभीर कीमत चुकानी होगी।
फरवरी 2025- अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने पुतिन से फोन पर 90 मिनट तक बात की। इसके बाद सऊदी अरब में यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस और अमेरिकी के बीच हाई लेवल मीटिंग हुई। इसमें यूक्रेन को नहीं रखा गया। ट्रम्प ने पुतिन की तारीफ की और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को ‘तानाशाह’ कहा।

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यूक्रेन, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और पोलैंड के नेताओं ने शनिवार को कीव में रूसी राष्ट्रपति को धमकी दी थी कि अगर वे सीजफायर पर हस्ताक्षर नहीं करते हैं तो बाकी देश यूक्रेन को सैन्य समर्थन देंगे। पूरी खबर पढ़ें…