इस्लामाबाद/वॉशिंगटन1 घंटे पहले
- कॉपी लिंक

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अभी तक 14 बार दावा कर चुके हैं कि उनकी मध्यस्थता ने भारत-PAK जंग को टालने में मदद की।
पाकिस्तान सरकार ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को 2026 के नोबेल पीस प्राइज के लिए नॉमिनेट किया है। पाकिस्तान का कहना है कि भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान ट्रम्प की कूटनीतिक पहल और मध्यस्थता ने एक बड़े युद्ध को टालने में मदद की।
पाकिस्तानी सरकार ने अपने ऑफिशियल स्टेटमेंट में कहा कि ट्रम्प ने नई दिल्ली और इस्लामाबाद दोनों से बात कर संघर्षविराम में अहम भूमिका निभाई। इससे दो न्यूक्लियर ताकत वाले देशों के बीच युद्ध की आशंका टल गई।
पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे पर ट्रम्प की मध्यस्थता की पेशकश को भी सराहा और कहा कि जब तक कश्मीर का हल नहीं निकलता, तब तक क्षेत्र में स्थायी शांति नहीं आ सकती।
हालांकि, ट्रम्प ने कहा, ‘मैं कितने भी युद्ध रोक लूं, कुछ भी कर लूं, मुझे नोबेल नहीं मिलेगा।’

ट्रम्प बोले- कई देशों के विवाद निपटाए
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने दावा किया है कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध टालने, रूस-यूक्रेन और ईरान-इजराइल जैसे विवादों को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई, लेकिन उन्हें नोबेल पीस प्राइज नहीं मिलेगा।
ट्रम्प ने शुक्रवार को ‘ट्रुथ सोशल’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, “मैं जो भी कर लूं, नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलेगा। मैंने विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ मिलकर कांगो-रवांडा युद्ध को रोकने के लिए शांति समझौता कराया है। यह दशकों से चल रहा खूनी संघर्ष था।”

मुनीर ने भी पहले ट्रम्प को नोबेल देने की मांग की थी

पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर बुधवार को ट्रम्प के साथ लंच करने व्हाइट हाउस पहुंचे थे।
इससे पहले ट्रम्प ने बुधवार को व्हाइट हाउस में पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर से बंद कमरे में मुलाकात की थी। दोनों ने व्हाइट हाउस के कैबिनेट रूम में साथ लंच किया था। यह पहली बार था जब किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने पाकिस्तान के आर्मी चीफ की मेजबानी की।
बुधवार को ट्रम्प-मुनीर की मुलाकात मुनीर के ट्रम्प को नोबेल शांति पुरस्कार देने की मांग वाले बयान के बाद हुई थी। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता एना केली ने बताया कि मुनीर ने ट्रम्प को मई में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष रुकवाने का क्रेडिट दिया है। उनके इस बयान के सम्मान में ट्रम्प ने उन्हें लंच पर बुलाया था।
आसिम मुनीर अभी अमेरिका के दौरे पर हैं। ट्रम्प से उनकी मुलाकात से कुछ घंटे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति से 35 मिनट तक फोन पर बातचीत की थी। इस दौरान मोदी ने साफ कहा था कि 7 से 10 मई तक चले ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय और पाकिस्तानी सेनाओं के बीच बातचीत के बाद सीजफायर हुआ था। किसी बाहरी मध्यस्थता के माध्यम से नहीं।

सितंबर में शुरू होगा ऑफिशियल नॉमिनेशन
नोबेल प्राइज 2026 के लिए ऑफिशियल रजिस्ट्रेशन सितंबर में शुरू किए जाएंगे। हालांकि, अभी अंतिम तारिख का ऐलान नहीं किया गया है। 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 31 जनवरी थी।
2025 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए 338 नॉमिनेशन किए गए। इनमें से 244 व्यक्ति और 94 संगठन थे। 2023 में इस पुरस्कार के 286 उम्मीदवार नामांकित थे। 2016 में सबसे अधिक 376 नॉमिनेशन हुए थे।

नोबेल नॉमिनेट्स के नाम 50 साल तक उजागर नहीं किए जाते
नोबेल प्राइज वेबसाइट के मुताबिक उनकी ओर से किसी भी फील्ड में नोबेल के लिए नॉमिनेट होने वाले लोगों के नाम अगले 50 साल तक उजागर नहीं किए जाते हैं। इमरान का नाम प्रस्ताव रखने वाली संस्था ने उजागर किया है।

————————- ये खबर भी पढ़ें… ट्रम्प ने फिर कहा- भारत-पाक युद्ध रुकवाया:मुझे पाकिस्तान से प्यार है; PM मोदी ने कहा था- भारत ने ना मध्यस्थता स्वीकारी थी, ना स्वीकारेंगे

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को एक बार फिर कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध रुकवाया था। ट्रम्प ने कहा कि मैंने युद्ध रुकवाया। मैं पाकिस्तान से प्यार करता हूं। पीएम मोदी एक शानदार व्यक्ति हैं। पूरी खबर पढ़ें…