तेहरान/तेल अवीव36 मिनट पहले
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इजराइल के बीर्शेबा में सोरोका मेडिकल सेंटर पर ईरानी मिसाइल गिरने के बाद अफरातफरी मच गई।
ईरान और इजराइल के बीच जंग सातवें दिन में पहुंच गई है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गुरुवार को कहा कि ईरान में अब सुप्रीम लीडर खामेनेई सहित कोई भी अब महफूज नहीं है। इससे पहले दिन में उन्होंने कहा था कि हम ईरान से इजराइल पर हमले की पूरी कीमत वसूलेंगे।
इससे पहले इजराइली रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने कहा कि खामेनेई मॉडर्न हिटलर हैं। काट्ज ने कहा, ‘खामेनेई जैसे तानाशाह को जीने का अधिकार नहीं है। उन्होंने हमेशा अपने एजेंटों के जरिए इजराइल को खत्म करना चाहा है।’
PM नेतन्याहू और रक्षा मंत्री काट्ज का यह बयान आज सुबह इजराइल के चार शहरों- तेल अवीव, बीर्शेबा, रमत गण और होलोन पर ईरान के मिसाइल हमले के बाद आया है। ईरान ने तेल अवीव में इजराइली स्टॉक एक्सचेंज बिल्डिंग, बीर्शेबा में एक अस्पताल सहित कई जगहों को निशाना बनाया था।
इन हमलों में 176 लोग घायल हुए हैं। 6 लोगों की हालत गंभीर है। अब तक इजराइल के 24 लोग मारे गए हैं। वहीं, वॉशिंगटन स्थित एक ह्यूमन राइट्स ग्रुप ने दावा किया है कि ईरान में मौत का आंकड़ा अब 639 हो चुका है और 1329 लोग घायल हुए हैं।
इधर, भारतीय विदेश मंत्रालय ने ईरान के बाद अब इजराइल से भी भारतीय नागरिकों को निकालने की घोषणा की है। मंत्रालय ने बताया कि ऑपरेशन सिंधु के तहत भारतीय नागरिकों को लैंड बॉर्डर के रास्ते निकाला जाएगा। ईरान से रेस्क्यू 110 भारतीय छात्र गुरुवार सुबह दिल्ली पहुंचे थे।

इजराइल ने भी ईरान में अराक हैवी वॉटर रिएक्टर पर हमला किया। हमले से कुछ घंटे पहले ही इजराइली सेना (IDF) ने अराक और खोंडब शहर के लोगों को इलाका खाली करने की चेतावनी दी थी। अराक में हैवी वाटर रिएक्टर है। यह फैसिलिटी ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम का एक अहम हिस्सा है। इसके साथ ही अराक में बड़े पैमाने पर हथियारों का उत्पादन होता है।
इजराइल ने ईरान के नतांज, इस्फहान और अराक न्यूक्लियर प्लांट पर भी हमला किया। इजराइली सेना ने ईरान के एकमात्र चालू न्यूक्लियर प्लांट बुशहर पर हमले का भी दावा किया था। हालांकि, बाद में सेना अपने बयान से पलट गई और कहा कि बयान गलती से दिया था।

ईरान की अराक हैवी वाटर न्यूक्लियर फैसिलिटी। तस्वीर साल 2011 की है।
इजराइल पर ईरान के हमले की 5 फुटेज…

ईरान ने इजराइल में बीर्शेबा शहर पर मिसाइलें दागीं। इसमें से एक सोरोका हॉस्पिटल पर गिरी, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई।

सोरोका अस्पताल इजराइल के सबसे अच्छे अस्पतालों में से एक है। यह नेगेव इलाके के लोगों का इलाज करता है।

इजराइल के बीर्शेबा में सोरोका मेडिकल सेंटर में गुरुवार को ईरानी मिसाइल हमले के बाद धुआं उठता हुआ।

ईरान के हमले के बाद सोरोका अस्पताल में लगी आग को बुझाती रेस्क्यू टीम।

इजराइल की राजधानी तेल अवीव के पास होलोन शहर में ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल हमले में एक इमारत तबाह हो गई।
इजराइल-ईरान संघर्ष के पिछले 6 दिनों का अपडेट…

इजराइल-ईरान संघर्ष से जुड़े पल-पल के अपडेट्स के लिए नीचे लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए…
लाइव अपडेट्स
36 मिनट पहले
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नेतन्याहू बोले- ईरान में हमारा मिलिट्री ऑपरेशन तय समय से आगे
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक इंटरव्यू में कहा कि ईरान के खिलाफ इजराइल का मिलिट्री ऑपरेशन तय समय और रिजल्ट से काफी आगे चल रहा है। हमारा काम शानदार रहा है।
उन्होंने बताया कि यह ऑपरेशन तब शुरू किया गया जब पिछले साल के आखिर में इजराइल ने ईरान के सबसे मजबूत सहयोगी हिजबुल्लाह को कमजोर कर दिया था। उस समय यह साफ हो गया था कि ईरान जल्द से जल्द परमाणु हथियार बनाने की कोशिश करेगा।
53 मिनट पहले
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इजराइल-ईरान में कौन किस पर कितना भारी




54 मिनट पहले
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दावा- एक हफ्ते में ईरान और अमेरिका ने कई बार बात की
इजराइल के साथ 13 जून से जंग शुरू होने के बाद ईरान ने अमेरिका से कई बार बातचीत की है। तीन डिप्लोमैट्स ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को अपनी पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर यह जानकारी दी है।
उन्होंने बताया कि यह बातचीत अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची के बीच फोन पर हुई है। अराघची ने अमेरिका से कहा कि जब तक इजराइल हमलों को नहीं रोकता, तब तक ईरान परमाणु मुद्दे पर ट्रम्प से बातचीत नहीं करेगा।
तेहरान के करीबी एक लोकल डिप्लोमैट ने कहा कि अराघची ने विटकॉफ से कहा कि अगर वॉशिंगटन इजराइल पर जंग खत्म करने के लिए दबाव डालता है तो तेहरान परमाणु मुद्दे पर वार्ता के लिए तैयार हो सकता है।
हालांकि, अमेरिकी और ईरानी अधिकारियों ने इस मामले पर रॉयटर्स को कोई जवाब नहीं दिया है। ट्रम्प ने गुरुवार को व्हाइट हाउस में मीडिया से कहा था कि ईरान के अधिकारी उनसे बातचीत करना चाहते हैं। हालांकि, ईरान ने उनके दावे को खारिज कर दिया था।
UN में ईरान मिशन ने X पर पोस्ट में लिखा था कि किसी भी किसी भी ईरानी अधिकारी ने व्हाइट हाउस के दरवाजे पर गिड़गिड़ाने की मांग कभी नहीं की। उनके (ट्रम्प) झूठ से भी अधिक गंदी बात तो यह है कि उन्होंने ईरान के सुप्रीम लीडर को खत्म करने की कायरतापूर्ण धमकी दी है।
57 मिनट पहले
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इजराइली आर्मी बोली- हम मिडिल ईस्ट का चेहरा बदल रहे
इजराइली आर्मी के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल इयाल जामिर ने कहा कि ईरान ने सालों से जो हथियार हमें नुकसान पहुंचाने के लिए बनाए थे, अब उनका इस्तेमाल कर रहा है।
जामिर ने कहा- हमारी सीक्रेट एजेंसी बहुत काबिल है। देश का हर नागरिक और पूरी दुनिया उनकी कामयाबी को हैरानी से देख रही है। हर कोई जानना चाहता है कि यह कैसे हुआ।
उन्होंने आगे कहा- हम यहां इतिहास रच रहे हैं। हम मिडिल ईस्ट का चेहरा बदल रहे हैं। ईरान ने जो ‘आग का घेरा’ और ‘तलवार’ हमारे खिलाफ बनाई थी, हम अब उसे उसके खिलाफ ही इस्तेमाल कर रहे हैं।
57 मिनट पहले
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ईरान से 600 भारतीय छात्र कल दिल्ली के लिए रवाना होंगे
इजराइल-ईरान जंग के बीच भारतीय छात्रों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने की कवायद जारी है। गुरुवार को ईरान के कोम से लगभग 600 भारतीय छात्रों को मशहद में सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया गया है। इनमें 500 कश्मीरी छात्र हैं। मशहद ईरान का सीमावर्ती शहर है।
जम्मू और कश्मीर छात्र संघ के राष्ट्रीय संयोजक नासिर खुहमी ने कहा कि यह भारतीय छात्रों का दूसरा समूह है, जिन्हें पहले कोम भेजा गया था। यहां वे पिछले तीन दिनों से रुके थे। कोम से उन्हें मशहद और वहां से तुर्कमेनिस्तान ले जाया जाएगा। वे शुक्रवार को दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे।
एसोसिएशन ने आगे बताया कि मशहद कोम से लगभग 1,000 किलोमीटर दूर स्थित है। सड़क से यह रास्ता लगभग 15 घंटे का है। जिन स्टूडेंट्स को निकाला जा रहा है, वे ईरान की इस्लामिक आजाद यूनिवर्सिटी, ईरान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज और शहीद बेहेश्टी यूनिवर्सिटी सहित दूसरे संस्थानों में पढ़ते हैं।
57 मिनट पहले
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हथियारों से लदे कार्गो विमान इजराइल में उतरे
इजराइली रक्षा मंत्रालय ने बताया कि आज कई कार्गो विमान हथियार और जरूरी मिलिट्री उपकरणों के साथ देश में उतरे। मंत्रालय ने कहा कि यह सप्लाई जंग के टारगेट हासिल करने और सेना की जरूरतों को पूरा करने के लिए की जा रही है।
मंत्रालय के मुताबिक, ईरान के खिलाफ इजराइली ऑपरेशन शुरू होने के बाद से अब तक 14 कार्गो विमान मिलिट्री इक्विपमेंट लेकर इजराइल पहुंचे हैं। युद्ध की शुरुआत से लेकर अब तक कुल 800 विमान देश में उतर चुके हैं। इनमें से ज्यादातर अमेरिका से आए हैं।
58 मिनट पहले
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ट्रम्प 2 हफ्ते में जंग में शामिल होने पर फैसला लेंगे
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प दो हफ्तों में यह फैसला लेंगे कि अमेरिका, इजराइल और ईरान संघर्ष में शामिल होगा या नहीं। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने इसके बारे में जानकारी दी।
लेविट ने मीडिया से कहा- इस बात को ध्यान में रखते हुए कि आने वाले वक्त में ईरान के साथ बातचीत हो सकती है या नहीं इसे ध्यान में रखकर ही ट्रम्प संघर्ष में शामिल होने का फैसला लेंगे।